प्रकृति के पास विशुद्ध सामर्थ्य है!
प्रकृति ने अपनी मौलिकता(मूल प्रकृति) पर आधिपत्य कर रखा है इसलिए विशुद्ध सामर्थ्य उसके पास है। विशुद्ध सामर्थ्य अनन्त सृजन एवं सत्य ज्ञान का मूलाधार है। आप मौन रहने का अभ्यास करें, शान्त एवं एकाकी रहने का प्रयत्न करें और प्रकृति का उसकी मौलिकता में अध्ययन करें अर्थात् उसे शान्त भाव से अवलोकित करें। यह सब करने मात्र से आप प्रकृति से विशुद्ध सामर्थ्य पाने का मूल मन्त्र सीख जाएंगे। मौन रहने एवं प्रकृति से सम्पर्क स्थापित करने से आप प्रकृति की मौलिकता को जान जाएंगे। ऐसा होने पर आपको यह जानने में आसानी रहेगी-
- आप स्वयं को क्या समझते है?
- दूसरे आपको क्या समझते है?
- आप वास्तव में क्या हैं?
यह सब जान लेने पर आपको अपनी विशुद्ध सामर्थ्य का ज्ञान होगा जो सृजन और सत्य ज्ञान के असीमित भंडार का स्रोत है। अन्तत: समृद्ध होने की डगर निष्कंटक हो जाएगी और आप समृद्ध होने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।(क्रमश:)
(आप समृद्धि के रहस्य से वंचित न रह जाएं इसलिए ज्योतिष निकेतन सन्देश पर प्रतिदिन आकर 'समृद्ध कैसे बनें' सीरीज के लेख पढ़ना न भूलें! ये लेख आपको सफलता का सूत्र दे सकते हैं, इस सूत्र के अनुपालन से आप समृद्ध बनने का सुपथ पा सकते हैं!)
प्रकृति ने अपनी मौलिकता(मूल प्रकृति) पर आधिपत्य कर रखा है इसलिए विशुद्ध सामर्थ्य उसके पास है। विशुद्ध सामर्थ्य अनन्त सृजन एवं सत्य ज्ञान का मूलाधार है। आप मौन रहने का अभ्यास करें, शान्त एवं एकाकी रहने का प्रयत्न करें और प्रकृति का उसकी मौलिकता में अध्ययन करें अर्थात् उसे शान्त भाव से अवलोकित करें। यह सब करने मात्र से आप प्रकृति से विशुद्ध सामर्थ्य पाने का मूल मन्त्र सीख जाएंगे। मौन रहने एवं प्रकृति से सम्पर्क स्थापित करने से आप प्रकृति की मौलिकता को जान जाएंगे। ऐसा होने पर आपको यह जानने में आसानी रहेगी-
- आप स्वयं को क्या समझते है?
- दूसरे आपको क्या समझते है?
- आप वास्तव में क्या हैं?
यह सब जान लेने पर आपको अपनी विशुद्ध सामर्थ्य का ज्ञान होगा जो सृजन और सत्य ज्ञान के असीमित भंडार का स्रोत है। अन्तत: समृद्ध होने की डगर निष्कंटक हो जाएगी और आप समृद्ध होने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।(क्रमश:)
(आप समृद्धि के रहस्य से वंचित न रह जाएं इसलिए ज्योतिष निकेतन सन्देश पर प्रतिदिन आकर 'समृद्ध कैसे बनें' सीरीज के लेख पढ़ना न भूलें! ये लेख आपको सफलता का सूत्र दे सकते हैं, इस सूत्र के अनुपालन से आप समृद्ध बनने का सुपथ पा सकते हैं!)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी देकर अपने विचारों को अभिव्यक्त करें।