प्रकृति में सम्भावनाओं का अमूल्य कोष है!
प्रकृति में सम्भावनाओं का अमूल्य कोष छिपा है। प्रकृति रूपी पुस्तक को पढ़ना प्रारम्भ करेंगे तो आपको प्रत्येक पृष्ठ पर सम्भावनाओं का विस्तृत वर्णन मिलेगा जोकि आपको स्वर्णिम अवसर देने का सदैव निमन्त्रण देगा। उस निमन्त्रण को स्वीकार करके कुछ सम्भावनाओं के चयनोपरान्त सक्रिय हो जाईए। समृद्धि के लिए धन जहां है वहां से स्वत: आप तक पहुंच जाएगा और फिर आपको समृद्ध होने से कोई नहीं रोक सकेगा। (क्रमश:)
(आप समृद्धि के रहस्य से वंचित न रह जाएं इसलिए ज्योतिष निकेतन सन्देश पर प्रतिदिन आकर 'समृद्ध कैसे बनें' सीरीज के लेख पढ़ना न भूलें! ये लेख आपको सफलता का सूत्र दे सकते हैं, इस सूत्र के अनुपालन से आप समृद्ध बनने का सुपथ पा सकते हैं!)
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