स सूनुर्मातरा शुचिर्जातो जाते अरोचयत्।-सामवेद 936
तेजस्वी पुत्र ने जन्म लेकर माता-पिता का नाम प्रसिद्ध किया।
तेजस्वी कौन जिसने जीवन सार्थक किया। सार्थक वही कर पाता है जो इस मानव जन्म का सदुपयोग करके समाज को सुमार्ग पर लगाता है। अपना जीवन दूसरों के प्रति समर्पित कर देता है। जीवन का सारा विकास उनके बल पर ही होता है। ये इतना कर जाते हैं कि अपने सुकार्यों से मरने के बाद भी अमर हो जाते हैं। तभी तो कहते हैं कि तेजस्वी पुत्र ने जन्म लेकर माता-पिता का नाम रोशन किया। ये तो अपने कुल का दीपक है। इसके माता-पिता को इस पर गर्व है। ये आप भी हो सकते हैं, उठ जाग मानुष।
जिसने दूजों के हित में जीवन अर्थ खोजा, उठ तू भी जाग, यूं न सो जा॥
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