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बुधवार, जून 16, 2010

खुश कैसे रहा जाये(भाग-2)-सत्यज्ञ



यह जान लें कि खुश कैसे रहा जाए। खुश रहने के लिए यहां कुछ बातों की चर्चा करेंगे, यदि आपने इनको अपनाकर व्यवहार में लाया तो निश्चित रूप से आप खुश रहेंगे। कुछ बातें पूर्व भाग में बता चुके हैं और अब शेष बातें इस भाग में बता रहे हैं जिन्हें व्यवहार में लाकर आप खुश रह सकें-
एक कार्य को एक समय पर ही करें तथा उसी पर अपना समय व्यतीत करें। एक साथ कई कार्यों को प्रारम्भ न करें।
आप पूरे दिन अपने समय को विभिन्न प्रकार से भी व्यतीत कर सकते हैं। प्रतिदिन के व्यतीत किए गए समय का विश्लेषण करें कि उसका आपके ऊपर क्या प्रभाव पड़ा? 
पुराने किए गए कार्यों का विश्लेषण करें कि क्या आप उनसे प्रसन्न हैं? 
हमेशा सकारात्मक सोच रखें। सकारात्मक सोच जीवन में खुशी ही लाती है।
अपने आपको तरोताजा रखने के लिए कुछ दिलचस्प कार्य करें।
अच्छे कार्य से प्रेरणा लें और तुरन्त उसे व्यवहार में लाएं।
समय सारिणी के अनुसार कार्य करें, इससे आपके समय तथा ऊर्जा की बचत होगी।
एकत्रा मित्राों के साथ दिलचस्प बातों या चुटकलों का आदान-प्रदान करें। अपने मनपसन्द लोगों के साथ समय व्यतीत करने के अवसर निकालें। जिनको आप चाहते हैं, उन्हें अचानक खुशी दें।
हमारी यही कामना है कि आपका प्रत्येक दिन खुशियों से भरा रहे।

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