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मंगलवार, जून 15, 2010

खुश कैसे रहा जाये(भाग-1)-सत्यज्ञ



यह जान लें कि खुश कैसे रहा जाए। खुश रहने के लिए यहां कुछ बातों की चर्चा करेंगे, यदि आपने इनको अपनाकर व्यवहार में लाया तो निश्चित रूप से आप खुश रहेंगे। ये बातें निम्न हैं-
नई रुचियों का विकास करें लेकिन दबाव न समझें। 
स्वस्थ रहें, स्वस्थ शरीर आपको प्रसन्नता महसूस कराता है। 
जब भी आवश्यकता हो समुचित आराम करें एवं क्षमता से अधिक काम न करें। 
ध्यान रखें खेलकूद से भी आपको आराम मिलता है, इसलिए खेलें भी। आपको अपने आसपास के लोगों को प्यार व खुशी देनी चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को मुस्कराते हुए देखो तो वह भी आपको मुस्कराकर ही जवाब देगा।
जो भी कार्य आपको दुःखी करता हो उसे भूल जाओ एवं जो व्यक्ति आपको दुःख पहुंचाए उसे माफ कर दो।
अपने परिवार, साथी, नौकरी एवं अपने आपसपास की सभी चीजों की दिल से परवाह करें।
अपने जीवन में उपद्रवी न बनें, सदैव अहसानमन्द रहें।
अपने जीवन का मजा लें, अनावश्यक चिन्ता में समय न गवाएं। 
आप अपनी खुशहाली से सन्तुष्ट रहें। कठिन कार्य करने का साहस रखें। माफ करना न भूलें।
स्वयं को अपने भविष्य के लिए समर्पित करें, लेकिन कभी भी गुलाम न बनें। अपने लिए कुछ ऐसा करें जो कि आपको प्राप्त हो सके।(क्रमशः)

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