यदि आपकी दाढ़ में दर्द हो रहा है या उसमें कीड़ा पड़ गया है। इससे मुक्ति पाने का एक अनुभूत प्रयोग यहां दे रहे हैं। यहां एक शाबर मन्त्र लिख रहे हैं, जोकि इस प्रकार है-
ऊँ नमो आदेश गुरु को। बन में जाई अंजनी जिन जाया हनुमंत। बीषा मकड़ा मसकड़ा यह तीनों भस्मन्त। गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मन्त्रा ईश्वरी वाचा।
इस मन्त्र को किसी ग्रहण काल में जप करके सिद्ध कर लिया जाता है। यह जाप दस माला करने से भी हो जाता है।
बाद में रोगी व्यक्ति को जिसे लाभ पहुंचाना है के सम्मुख नीम की ताजी टहनी से 21बार इस मन्त्र को पढ़कर झाड़ने से दाढ़ या दांत के दर्द से मुक्ति मिल जाती है।
प्रयोग को एक बार करने पर ही लाभ मिलने लगता है। यदि आपको न मिले तो इसे निरन्तर कम से कम पांच बार अवश्य करें।
इस प्रयोग को करके आप भी लाभ उठाएं और दूजों को भी बताएं जिससे वे भी लाभ उठा सकें। यह मन्त्र अनुभूत है।
इसे आप करके लाभ उठा सकते हैं और दूजों को भी दिला सकते हैं।
पुरी साहब आपने बेचारे डेन्टिस्ट लोगों के पेट पर लात मारने के लिये कितना बड़ा पैर उठाया है। सारे डॉक्टर अब जल्द ही बेरोजगार हो जाएंगे बेहतर है कि आप एक इंस्टीट्यूट डालें ताकि उसमें शाबर मंत्रों का प्रशिक्षण लेकर ये बेचारे अपनी रोजी रोटी तो चला सकें और बेकार ही बच्चे M.B.B.S. य़ा B.A.M.S. के लिये परेशान न हों।
जवाब देंहटाएंआपको अपनी ज्ञान पर विश्वास है तो आपको चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं हैं। एक प्रयोग के देने मात्र से आप और आपके डॉक्टर भूखे नहीं मरने के, टिप्पणी के लिए धन्यवाद। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं कि आप लक्ष्य को पूर्ण करें।
जवाब देंहटाएंजिन्हें शाबर मन्त्रों की महिमा का ज्ञान नहीं;वो ऐसे ही कमेन्ट करेगे.मुर्दों को जिलाने वाली शक्ति है इनमे...पर दुर्भाग्य से इनके साधक नहीं हैं.
जवाब देंहटाएंइन्हें किसी इंस्टिट्यूट में नहीं सिखाया जा सकता...क्योकि ये कोई आम विषय नहीं है की साल भर रत्ता मारा और पेपर देकर पास हो डिग्री ले ली या फिर ऐसे ही नक़ल से,या पैसे के दम पर डाक्टर बन गए...इनमे चाहिए सच्ची श्रद्धा,परोपकार की भावना और लगन...जो कोई इंस्टिट्यूट नहीं,सच्चे-गुरु का सानिध्य ही सिखा सकता है.....
एक बात और श्रीवास्तव जी! यद्यपि दिखावे या आजमाने के लिए विद्या का प्रयोग करना वर्जित है,किन्तु फिर भी अगर वास्तव में इनकी शक्ति देखने की इच्छा है तो बताना...मेरा दावा है की आप सारा ज्ञान आप भूल जायेगें...
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