'अन्तःकरण सत्य का आभास कराता है क्योंकि उसमें ईश्वरीय उपस्थिति होती है। अन्तःकरण की पुकार सुनने वाला सच्चा और नेक इन्सान होता है। कुकर्म रत रहने पर अन्तःकरण की आवाज सुनाई नहीं देती है।'-ज्ञानेश्वर
नए रूप रंग के साथ अपने प्रिय ब्लॉग पर आप सबका हार्दिक स्वागत है !
ताज़ा प्रविष्ठियां
संकल्प एवं स्वागत्
शुक्रवार, जुलाई 30, 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
पत्राचार पाठ्यक्रम
ज्योतिष का पत्राचार पाठ्यक्रम
भारतीय ज्योतिष के एक वर्षीय पत्राचार पाठ्यक्रम में प्रवेश लेकर ज्योतिष सीखिए। आवेदन-पत्र एवं विस्तृत विवरणिका के लिए रु.50/- का मनीऑर्डर अपने पूर्ण नाम व पते के साथ भेजकर मंगा सकते हैं। सम्पर्कः डॉ. उमेश पुरी 'ज्ञानेश्वर' ज्योतिष निकेतन 1065/2, शास्त्री नगर, मेरठ-250 005
मोबाईल-09719103988, 01212765639, 01214050465 E-mail-jyotishniketan@gmail.com
पुराने अंक
ज्योतिष निकेतन सन्देश
(गूढ़ विद्याओं का गूढ़ार्थ बताने वाला हिन्दी मासिक)
स्टॉक में रहने तक मासिक पत्रिका के 15 वर्ष के पुराने अंक 3600 पृष्ठ, सजिल्द, गूढ़ ज्ञान से परिपूर्ण और संग्रहणीय हैं। 15 पुस्तकें पत्र लिखकर मंगा सकते हैं। आप रू.3900/-( डॉकखर्च सहित ) का ड्राफ्ट या मनीऑर्डर डॉ.उमेश पुरी के नाम से बनवाकर ज्योतिष निकेतन, 1065, सेक्टर 2, शास्त्री नगर, मेरठ-250005 के पते पर भेजें अथवा उपर्युक्त राशि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अकाउंट नं. 32227703588 डॉ. उमेश पुरी के नाम में जमा करा सकते हैं। पुस्तकें रजिस्टर्ड पार्सल से भेज दी जाएंगी। किसी अन्य जानकारी के लिए नीचे लिखे फोन नं. पर संपर्क करें।
ज्योतिष निकेतन, मेरठ
0121-2765639, 4050465 मोबाईल: 09719103988
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी देकर अपने विचारों को अभिव्यक्त करें।