आपके प्रत्येक दिन का प्रारम्भ नित्य कर्म से निपटने के बाद नाश्ते से ही होता है। स्मरण रखें कि भारी नाश्ता करने से दिन भर शरीर में आलस्य विद्यमान रहता है। यदि कभी जल्दी के कारण नाश्ता छूट जाए तो दिन भर बेचैनी सी छायी रहती है। यह जान लें कि नाश्ता यदि सही न लिया जाए तो वचन बढ़ने का भय भी रहता है। नाश्ता उचित न हो तो कई प्रकार की शारीरिक परेशानियों से दो चार होना पड़ता है।
नाश्ते की आदर्श स्थिति क्या है?
नाश्ते की आदर्श स्थिति कम कैलोरी वाले पौष्टिक नाश्ते को अपने लिए चुना जाए। ऐसा करने पर शरीर में भरपूर ऊर्जा और स्फूर्ति रहती है और एकाग्रता भी बनी रहती है।
नाश्ते में क्या आवश्यक है?
नाश्ते का चयन करते समय प्रोटीन जैसे दालें, अण्डे, पनीर आदि का विशेष ध्यान रखें। नाश्ते में प्रर्याप्त मात्रा में खनिज ओर विटामिन होने आवश्यक हैं। यदि यह सब नाश्ते में होगा तो आपका शरीर भी पूर्णतया फिट रहेगा।
पौष्टिक तत्त्वों के साथ-साथ नाश्ता चयन करते समय कैलोरी का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
नाश्ता लेते समय यह ध्यान रखें कि जितनी भी कैलोरी लें उससे आपके शरीर को बेहतर पोषक तत्त्व अवश्य मिलें।
यदि आप एक स्थान पर लम्बे समय तक बैठकर कार्य करते हैं तो आपको इस बात को जान लेना चाहिए कि अधिक तैलीय व चिकनाई से भरपूर वस्तुओं का सेवन कदापि न करें या कम से कम सेवन करें। बिस्कुट, ब्रड, सैण्डविच एवं समोसे से परहेज रखें। वरना इनके सेवन से आपको हानि ही होगी और आपका वजन बढ़ेगा जिससे अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
नाश्ता चयन करने में लाभदायी क्या?
नाश्ता जब भी चयन करें तो अधोलिखित बातों को विशेष ध्यान रखें।
1. नाश्ता पौष्टिक और सन्तुलित हो।
2. नाश्ता कम कैलोरी का और चिकनाई रहित हो।
3. कम कैलोरी वाला सलाद नाश्ते में ले सकते हैं।
4. स्किमड दूध के साथ मूसली ले सकते हैं।
5. फल व सब्जी के साथ दहीं का सेवन कर सकते हैं।
6. अंकुरित दालें व जूस का सेवन कर सकते हैं।
7. ताजे फल व सलाद लाभदायक होते हैं। इनका सेवन करें।
8. सोयाबीन, दहीं व रायता भी ले सकते हैं।
9. सत्तू, सूप, नींबू पानी, छाछ का प्रयोग भी कर सकते हैं।
मुख्य बात यह है कि नाश्ता जब भी स्वयं के लिए चयनित करें उसमें तीन मुख्य बातों का अवश्य ध्यान रखें-
-नाश्ते में पोषक तत्त्व भरपूर हों।
-नाश्ता अधिक तैलीय या चिकनाई से भरपूर न हो।
-नाश्ता करने से पूर्व थोड़ा व्यायाम अवश्य करें और यदि आप व्यायाम नहीं कर सकते हैं तो सैर अवश्य करें।
सुबह की शुरुआत नाश्ते से ही होती है। नाश्ता सोच-समझकर एवं सन्तुलित ही करें। नाश्ता आलस्य न लाये अपितु स्फूर्ति एवं शक्तिवर्धक हो। नाश्ता जबतक आप सही ढंग से चयनित करेंगे तब तक पूर्ण स्वास्थ्य भी नहीं पा सकेंगे।
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