शरीर में दांत की अपनी महत्ता है। दांत न हों तो सुन्दरता नहीं दिखती है। भोजन खाने का सुख व आनन्द नहीं ले सकते हैं। प्रायः सुनने में आता है दांतों में कीड़ा लग गया है। दांतों में कीड़ा क्यों लगता है, इसका लगना सच्च है या झूठ। आज इस बात की चर्चा करेंगे।
दांतों में कीड़ा लगना
प्लाक एक प्रकार की दांतों की मैल है। यह एक ऐसी चिपचिपी लगभग अदृश्य फिल्म जैसी परत होती है जो कीटाणुओं की बनी हुई होती है। यह दांत साफ न करने पर लगातार बनती रहती है।
यदि भोजन करने के बाद दांतों को अच्छी तरह साफ न किया जाए तो भोजन के कणों में मौजूद शक्कर के साथ मिलकर यह प्लाक एसिड बनाती है और यह एसिड दांतों पर हमला करके उन्हें क्षति पहुंचाता है। प्लाक से ही दांतों के समस्त रोग उत्पन्न होते हैं और यह सब दांत साफ न करने के कारण है।
दांत कैसे सड़ते हैं?
यह जान लें कि प्लाक दांतों के बीच फंसे अन्न को एसिड में बदल देता है जो दांतों के एनामल अर्थात् ऊपरी परत पर हमला करता है जिससे यह परत निकल जाती है और खड्डा बन जाता है। यदि इस समय इस पर ध्यान नहीं दिया जाए तो दांतों को अधिक क्षति पहुंचती है।
इस खड्डे को कैविटी कहते हैं और इसको डेन्टाइन अवस्था में न रोका जाए तो यह बढ़ता जाता है और पल्प तक पहुंच जाता है जोकि बहुत पीड़ादायक होता है।
एक बार खड्डा बनने के बाद धीरे-धीरे यह निचली परत तक पहुंच जाता है। निचली परत को डेन्टाइन कहते हैं। दांतों के डॉक्टर से सलाह लेंगे तो वह इसकी सफाई करके भर देता है। ऐसा करने से दांतों की सड़न को बढ़ने से रोका जा सकता है। यदि ध्यान न दिया जाए तो यह कैविटी या खड्डा फैलकर रूट अर्थात् दांतों की जड़ तक पहुंच जाता है। यह फोड़ा सा बन जाता है और अधिक कष्ट देता है। दर्द भी बहुत होता है। इसका उपचार सिर्फ रूट कनाल है। लेकिन कई बार स्थिति ऐसी होती है कि दांत तक उखाड़ना पड़ता है।
दांतों के स्वास्थ्य के लिए पांच सुनहरे नियम सदैव ध्यान रखें...
दांतों के स्वास्थ्य के लिए पांच सुनहरे नियम सदैव ध्यान रखने चाहिएं जोकि निम्न हैं-
1. विटामिन और खनिज पदार्थ युक्त भोजन का सेवन सदैव करना चाहिए जोकि कतई महंगा नहीं होता है।
2. दो भोजन के मध्य मिठाई या चिपचिपे पदार्थ न खाएं।
3. प्लाक हटाने के लिए हर बार भोजन के बाद ब्रश करें या अच्छी प्रकार कुल्ला करें। अच्छा यह है कि सोने से पूर्व ब्रुश अवश्य करें।
4. अच्छा टूथपेस्ट या मंजन और अच्छा ब्रुश ही प्रयोग में लाना चाहिए।
5. दंत चिकित्सक से दांतों के स्वास्थ्य के नियमित जांच अवश्य कराएं। यह जांच प्रत्येक छह बाद अवश्य करानी चाहिए। इसी में दांतों का स्वास्थ्य और आपकी भलाई है।
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