श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दी तांका छन्द में भगवान् का गीत अध्याय-तीन-कर्म योग भाग-तीन
अध्याय तीन 'कर्म योग' के 43 श्लोक को तांका की पांच लाईन में क्रमश:
5-7-5-7-7 अक्षरों के क्रम वाली 31 अक्षरीय कविता में अभिव्यक्त किया गया
है। यह तांका संग्रह आपको सच्ची सुख-शान्ति और सफलता का अनुपम मार्ग
बताएगा। इस पुस्तक को पढ़कर आप दुविधा और मोह से ग्रस्त पीड़ा से मुक्त
होकर निर्भय हो जाएंगे। भगवान् का गीत आपके जीवन को सार्थक कर सका तो मेरा
परिश्रम स्वत: ही सार्थक हो जाएगा। एक बार अवश्य पढ़ें और अपने जीवन को एक
नई दिशा प्रदान करें। शेष हरि इच्छा। पेपरबैक में मंगाने के लिए नीचे लिखे लिंक पर जाएं-
श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दी तांका छन्द में भगवान् का गीत अध्याय-तीन-कर्म योग भाग-तीन
पत्राचार पाठ्यक्रम
ज्योतिष का पत्राचार पाठ्यक्रम
भारतीय ज्योतिष के एक वर्षीय पत्राचार पाठ्यक्रम में प्रवेश लेकर ज्योतिष सीखिए। आवेदन-पत्र एवं विस्तृत विवरणिका के लिए रु.50/- का मनीऑर्डर अपने पूर्ण नाम व पते के साथ भेजकर मंगा सकते हैं। सम्पर्कः डॉ. उमेश पुरी 'ज्ञानेश्वर' ज्योतिष निकेतन 1065/2, शास्त्री नगर, मेरठ-250 005
मोबाईल-09719103988, 01212765639, 01214050465 E-mail-jyotishniketan@gmail.com
पुराने अंक
ज्योतिष निकेतन सन्देश
(गूढ़ विद्याओं का गूढ़ार्थ बताने वाला हिन्दी मासिक)
स्टॉक में रहने तक मासिक पत्रिका के 15 वर्ष के पुराने अंक 3600 पृष्ठ, सजिल्द, गूढ़ ज्ञान से परिपूर्ण और संग्रहणीय हैं। 15 पुस्तकें पत्र लिखकर मंगा सकते हैं। आप रू.3900/-( डॉकखर्च सहित ) का ड्राफ्ट या मनीऑर्डर डॉ.उमेश पुरी के नाम से बनवाकर ज्योतिष निकेतन, 1065, सेक्टर 2, शास्त्री नगर, मेरठ-250005 के पते पर भेजें अथवा उपर्युक्त राशि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अकाउंट नं. 32227703588 डॉ. उमेश पुरी के नाम में जमा करा सकते हैं। पुस्तकें रजिस्टर्ड पार्सल से भेज दी जाएंगी। किसी अन्य जानकारी के लिए नीचे लिखे फोन नं. पर संपर्क करें।
ज्योतिष निकेतन, मेरठ
0121-2765639, 4050465 मोबाईल: 09719103988
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