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शनिवार, मार्च 11, 2017
कहीं आप सिर्फ पढ़ते तो नहीं
सिर्फ पढ़ने से कुछ नहीं होता है। पढ़ने से बुद्धि की क्षमता बढ़ती हैं अौर क्षमता बढ़ने से स्वयं के परिष्कार करने की योग्यता आती है। बौद्धिक विकास के लिए पढ़ना अध्ययन है अौर स्वयं के परिष्कार के लिए पढ़ना स्वाध्याय हैा जब आप बौद्धिक विकास की अपेक्षा अपने विकास के लिए पढ़ेंगे तो आप अपना परिष्कार करेंगे और ऐसा तभी होता है जब प्राप्त ज्ञान के अनुरूप स्वयं को ढाला जाता है। Video को LIKE और हमारे CHANNEL को SUBSCRIBE करना ना भूले! यदि आपने अभी तक नहीं किया है तो SUBSCRIBE तुरन्त करें आपको नई वीडियो की जानकारी मिलती रहेगी।
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